श्री विष्णु स्तुति॥विष्णु शान्ताकारं मन्त्र इन हिन्दि॥shree vishnu stuti


शान्ताकारम भुजगशयन पद्मनाभ सुरेशम,


विश्वधारम गगन सदृशम मेघवर्न शुभांगम।


लक्षीकांत कमलनयन योगिभिध्यानगम्यम,


>वन्दे विष्नु भवभयहरम सर्व लोकेक नाथम॥




यम व्रह्मा वरूनेन्दु रूद्रमरूत स्तुन्वानि दिव्य स्तवेवेदः,


सांग पदक्रमेपनिषदे गार्यन्ति यम सामगः।


घ्यानावस्थित तदगतेन मनसा पशयाति यं योगिनो,


तस्यातम न विन्दुः सुरासुर देवाय तस्मे नमः॥

Sourav Pradhan

आपको हमारे व्लग पर हिन्दी काहानी, फेक्ट, मन्त्र साधना अर कुछ मेहेत्वपूर्ण जानकारि प्रोवाइड करते हे। हमारे व्लग पर भिजिट किजिये अर हमको फेलो किजिये।

Post a Comment

Previous Post Next Post