छत्रपति शिवाजी महाराज॥ इनके वारे मे किउ नेहि पडाया जाता।

नमस्ते मित्रो, आज हम अपने इतिहास के वारे मे वात करेंगे। सोने कि चिडिया कहे जाने वाले हमारे इस भारतवर्ष को विभिन्न आक्रान्ताओ ने लुटा। हम आज वात करेंगे मुघल के वारे मे के वारे मे। मुघल जो भारत को लुटने के इरादे से आये तो थे लेकिन भारत की रोणक को देखकर एहि पर वस गये। वावर ने भारत मे जिस मुघल साम्राज्य का विस्तार किया उसके हमारे वीर योद्धा ने निस्तोनाभुत कर दिया।



वावर जिसने अपार धन भारत से लुटकर अपने मुल्क यानि आफगानिस्थान भेज दिया, जिसने मन्दिर तोडे, वहुत से व्राह्मनो का खुन वाहाया, जिसने जवरन हिन्दुओ से धर्म परिवर्तन करवाया लिकिन ए सव वात इतिहास मे पडाया नेहि जाता। मुघन जिसने हिन्दुओ पर इतने अत्याचार किये फेरभि हम इनके वारे मे अच्छा वताया जाता हे। मुघन शासको मे सवसे फेमस सम्राट 'अकवर' जिसने हर घर्म को एक करने कि कोशिष कि अर एक नया धर्म भि वनाया "दिन ए इलाहि" के नाम पर। लेकिन इसने भि भारत को लुटने मे कोइ कसर नेहि छोडा। मक्का मदिना के नामपर वहत सारा पेशा भेजा जाता।



मुघन ने सारा पेशा अपने एशो आराम मे खर्च किया अर एहि नेहि अपने रिशतेदारो को करोडो रुपे उपहार स्वरूप दिया जाता।



अव वात आति हे मारत के छत्रपति शिवाजि महाराज के वारेमे। जिसके डर से मुघल थर थर कापते रहते। जिसने मुघल सम्राट ओरङ्गजेव के नाक मे दम कर रखा था। शिवाजी महाराज जिसके जेसा राजा पुरे भारत देश मे ना तो कभि हुया था अर ना हि कभि होगा। जिसके नाम से सेना के अन्दर एक जोश भर जाता हे। छत्रपति शिवाजी जो युद्ध कला मे निपुर्ण थे, खासकर गोरिला युद्ध मे उनकि कोइ तोड नेहि था। जिसने "स्वराज-ए हिन्द" कि स्थापना कि, जिसने अखन्ड भारत कि स्थापना कि। जिसने अखन्ड स्वराज कि स्थापना मे अपना पुरा जीवन अर्पित कर दिया। जिसके वजह से आज हिन्दुत्व भारत मे जिन्दा हे। जिसने धर्म परिवर्तन करने वाले मुघल को खदेड भागाया। जिसके वजह से आज हमारे मन्दिर सुरक्षित हे।



शाम्भाजी महाराज जिसने अपने पिता शिवाजि महाराज कि तरह वाहादुर एवं श्रेष्ठ छत्रपति वने। जिनके डर से मुघल सम्राट भय से आतुर रहते थे। जिसने ना तो किसकि सामने सर झुकाया ना हि अपने धर्म की सर झुकने दि। जिसने अपने पिता शिवाजी महाराज के सप्ने स्वराज को एक नइ वुलन्दि पर पेँहचाया।



लिकिन आज हमे इसके इतिहास के वारे मे पडाया नेहि जाता। हमे सेर्फ मुघल के वारे मे पडाया जाता हे। हमारे स्कुल कितावो मे सेर्फ मुघल के वारे मे हि पडाया जाता हे। हमे एसे महाविर योद्धा के वारे मे वताया इया पडाया नेहि जाता । जिनके वजह से हम हिन्दु चेन कि सास ले पा रहे हे उनके वारे मे हमे पडाया नेहि जाता। असल मे हमारा इतिहास नेता मन्त्रि लिखते हे। हमे मुघलो के वारे मे तो पडाया जाता हे, लिकिन अपने वाहादुर राजाओ के वारे मे पडाये नेहि जाता। हमे तो लगता हे भारत के इतिहास मे सवसे पेहले वच्चो को एसे राजा महाराजा के वारे मे पडाना चाहिये ताकि ओ भि जान सके भारत कि इस मिट्टि मे एसे वाहादुर भि जन्मे थे जो भारत के इतिहास मे एक गर्व का विषय होगा। केया आपको लगता हे कि स्कुल कितावो मे हमे इनके वारे मे पडाना चाहिये इसका जवाव हमे कमेन्ट मे दिजिये।



जय छत्रपति शिवाजी महाराज

जय माराठा

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